दलित साहित्य/विमर्श >> दामोदर मोरे की कविताओं में आम्बेडकरवादी दृष्टि दामोदर मोरे की कविताओं में आम्बेडकरवादी दृष्टिडॉ. कालीचरण स्नेही
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दामोदर मोरे की कविताओं में आम्बेडकरवादी दृष्टि
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संपादकीय-दलित साहित्य के उन्नायकों में शुमार हैं - दामोदर मोरे
- प्रो. कालीचरण स्नेही'
मेरी कविता और मेरी काव्य दृष्टि
- दामोदर मोरे
1. दामोदर मोरे की कविता एक अनोखे व्यक्तित्व की पहचान
- चंद्रकांत बांदिवडेकर
2. दामोदर मोरे की कविता सामाजिक प्रतिबद्धता की मचलती लहरें
- नारायण सुर्वे
3. दामोदर मोरे की कविता और दलित-संवेदना
- डॉ.इन्द्र बहादुर सिंह
4. दामोदर मोरे की कविता नयी राह दिखाने वाली ज्वाला
- मोहनदास नैमिशराय
5. दामोदर मोरे की कविता संघर्ष और सौंदर्य की संगमस्थली
- डॉ. विष्णु सरवदे
6. पीड़ाओं, अपमानों की चुभन का प्रतिबिम्ब है-सदियों के बहते जख्म
- प्रेम कपाड़िया
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